मदन सिंह
जीवन प्रत्याशा पर यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के वैज्ञानिकों का नया अध्ययन
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अभिनव प्रभात न्यूज़ डेस्क:अभी तक किए अध्ययन में पाया गया कि सिगरेट पीने से एक व्यक्ति की उम्र 11 मिनट कम हो जाती है, लेकिन नए अध्ययन में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया। इसके अनुसार, सिर्फ एक सिगरेट एक व्यक्ति के जीवन से लगभग 20 मिनट कम कर देती है।
यह अध्ययन यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने किया है। अध्ययन में पाया कि धूम्रपान से जहां पुरुषों की उम्र में 17 मिनट की कमी हो रही, वहीं महिलाओं में यह आंकड़ा 22 मिनट पाया गया। शोध में यह भी पाया गया कि अगर एक साल तक सिगरेट नहीं पीते हैं तो जीवन के 50 दिन खोने से बचा सकेंगे।
दो लाख से अधिक पर शोध
लंदन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए अध्ययन में ब्रिटिश डॉक्टर्स स्टडी के नए डाटा का इस्तेमाल किया गया। इसमें 1999 से 2019 के बीच दो लाख से अधिक धूम्रपान करने वाले युवा और वयस्कों के स्वास्थ्य पर नजर रखी गई। अध्ययन में पाया गया कि अगर व्यक्ति साल के शुरुआती 35 दिन (5 फरवरी) तक धूम्रपान नहीं करता है तो वह अपने जीवन की प्रत्याशा (उम्र) को एक हफ्ते तक बढ़ा सकता है। वहीं अगर वह छह महीने से अधिक (5 अगस्त तक) समय तक धूम्रपान छोड़ देता है तो वह एक महीने तक उम्र को बचा सकता है। साल के अंत तक सिगरेट का सेवन नहीं करने पर 50 दिन उम्र को बचा सकेंगे।
धूम्रपान से जीवन का एक दशक होता है बर्बाद
यूसीएल के तंबाकू अनुसंधान समूह की प्रमुख शोधकर्ता डॉ. सारा जैक्सन ने बताया कि लोग जानते हैं कि धूम्रपान हानिकारक है, लेकिन वे यह कम आंकते हैं कि यह कितना हानिकारक है। औसतन धूम्रपान नहीं छोड़ने वाले जीवन का लगभग एक दशक खो देते हैं। उनके मुताबिक, 20 सिगरेट का एक पैकेट एक व्यक्ति के जीवन को लगभग सात घंटे कम करने के लिए काफी है।
लेकिन इसमें से अगर वह 10 सिगरेट पीता है तो वह आठ दिन में जीवन के एक पूरे दिन के नुकसान को रोक सकता है। पहले के अध्ययनों में पाया गया था कि धूम्रपान बंद नहीं करने पर जीवन प्रत्याशा लगभग 6.5 वर्ष कम हुई। लेकिन नए अध्ययन में देखा गया कि यह आंकड़ा पुरुषों में 10 वर्ष और महिलाओं में 11 वर्ष कम पाया गया। 1996 में पुरुष प्रतिदिन 15.8 सिगरेट और महिलाएं प्रतिदिन औसतन 13.6 सिगरेट पीती थीं।
13 लाख धुएं से पीड़ित
दुनियाभर में धूम्रपान को बीमारी, विकलांगता और समय से पहले मृत्यु के लिए प्रमुख कारकों में माना गया है। हर साल 80 लाख से अधिक लोगों की जान तंबाकू के सेवन चली जाती है। वहीं इसमें से 13 लाख लोगों की मौत सेकेंड हेंड स्मोक के सेवन से होती है। लंबे समय से धूम्रपान करने वाले दो-तिहाई लोगों की जान कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से हो जाती है।
कम हो सकता है जोखिम
अपेक्षाकृत कम उम्र में धूम्रपान छोड़ने से अधिक लाभ मिल सकते हैं। 40 वर्ष की आयु में धूम्रपान छोड़ने से धूम्रपान से जुड़ी बीमारियों से मरने का जोखिम 90 फीसदी तक कम हो जाता है। वहीं जो लोग प्रतिदिन एक सिगरेट पीते हैं, उनमें हृदय रोग का जोखिम उन लोगों की तुलना में केवल 50 फीसदी कम है, जो प्रतिदिन 20 सिगरेट पीते हैं।