न्यूज ऑफ इंडिया (एजेंसी) लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बढ़ावा देने के हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा कई प्रभावी व ठोस कदम उठाए गए हैं। खाद्य प्रसंस्कृत पदार्थो के उत्पादन व विपणन के लिए भी सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। इस क्षेत्र में उद्योग लगाने के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाएं व अनुदान आदि की व्यवस्था भी की गयी है।
आर फ्रैंक के निदेशक एस के चौहान ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इंटरनेशनल स्कूल ऑफ़ मिलिंग टेक्नोलॉजी के निर्माण हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 5 एकड़ ज़मीन लखनऊ में रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया को दी गई है। जिस पर सेंटर फॉर एक्सीलेंस के निर्माण के लिए बुधवार को एक त्रिपक्षीय एमओयू फ़ूड प्रोसेसिंग डिपार्टमेंट, सेंट्रल फ़ूड टेक्नोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के मध्य साइन किया गया। इस सेंटर फॉर एक्सीलेंस का निर्माण रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए एक सोसाइटी का गठन किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सेंटर के निर्माण से रोजगार के अवसर प्रदेश में बढ़ेंगे एवं रोजगार के लिए प्रदेश के युवाओं को तकनीकी शिक्षा भी प्राप्त होगी। ज्ञातव्य है कि खाद्य एवं प्रसंस्करण इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए खाद्य प्रसंस्करण औद्योगिक नीति-2023 पिछले वर्ष लागू की गयी थी, जिससे प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा मिल सके। उप मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया है कि उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ाने के लिए स्थापित किये जाने वाले इस सेन्टर के सार्थक व सकारात्मक परिणाम हासिल होंगे होगा एवं आने वाले समय में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
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