विद्यालय परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि यह वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म शताब्दी वर्ष है। 25 दिसम्बर, 2025 को श्रद्धेय अटल जी के जन्म के 100 वर्ष पूरे होंगे। श्रद्धेय अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष में बरेली मण्डल के अटल आवासीय विद्यालय का लोकार्पण करते हुए उन्हें अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है। यह विद्यालय हमें श्रद्धेय अटल जी की स्मृतियों को अनन्त काल तक नई संजीवनी देता रहेगा।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद बरेली की तहसील नवाबगंज के ग्राम अधकटा नजराना में 73.25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अटल आवासीय विद्यालय का लोकार्पण करने के उपरान्त आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों से संवाद किया। बरेली मण्डल के विभिन्न जनपदों से आए बच्चों से बातचीत कर उनके रहने, खाने आदि व्यवस्थाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री जी ने अटल आवासीय विद्यालय परिसर का निरीक्षण कर कक्षाओं में उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं का अवलोकन किया तथा व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय परिसर में रुद्राक्ष के पौधे का रोपड़ भी किया। बच्चों को चॉकलेट और स्कूल बैग वितरित किये। मुख्यमंत्री जी ने कक्षा में बच्चों के साथ सेल्फी ली। अटल आवासीय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन का प्रतिफल है। इन विद्यालयों में उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से जुड़े श्रमिकों के बच्चों और कोरोना कालखण्ड में अनाथ तथा निराश्रित हुए बच्चों को एक प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन दिया गया है। पहले ऐसे बच्चे विद्यालय नहीं जा पाते थे। आज अटल आवासीय विद्यालय के माध्यम से उन बच्चों को शिक्षा का श्रेष्ठ माहौल देने का प्रयास किया गया है। यहां पर उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्थाएं हैं। सी0बी0एस0ई0 बोर्ड के माध्यम से उनकी उत्तम शिक्षा की व्यवस्था की गई है। सितम्बर, 2023 में ऐसे 16 विद्यालयों का लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया था। बरेली का यह अटल आवासीय विद्यालय इस क्रम में 17वां विद्यालय है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के श्रमिकों के नाम पर हर निर्माण कार्य में सेस लिया जाता है। श्रमिकों के सेस की धनराशि इन विद्यालयों के संचालन में उपयोग की जा रही है। राज्य सरकार ने विद्यालय के लिए भूमि और इन्फ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की है। पूर्ववर्ती सरकारें इस धनराशि का दुरुपयोग करती थीं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार ने इस धनराशि के दुरुपयोग को बन्द करते हुए, इसका उपयोग पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के कल्याण के लिए किए जाने की व्यवस्था की है। आज इसी रूप में अटल आवासीय विद्यालय की संकल्पना साकार हो रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा किसी भी राष्ट्र की आधारशिला है। राष्ट्र को सक्षम बनाने तथा समाज को सुसभ्य बनाने और बच्चों को संस्कारित करने के लिए शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए शासन के स्तर पर पहल की आवश्यकता है। सरकार ने इस दिशा में प्रयास प्रारम्भ किए हैं। हमने प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं कक्षा तक बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए हर जनपद में मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालय खोलने हेतु बेसिक शिक्षा परिषद को धनराशि उपलब्ध करा दी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय शिक्षा का एक मॉडल होगा। यहां के स्टाफ का प्रशिक्षण कराया गया है। प्रतिवर्ष उनके लिए ओरिएण्टेशन कोर्स संचालित होते हैं। समय के अनुसार पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाता है, जिससे बच्चे आसानी से सीख सकें। अटल आवासीय विद्यालय में एक इण्टीग्रेटेड कैम्पस में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के रहने, उनके उत्तम खान-पान, लाइब्रेरी और खेलकूद की उत्तम व्यवस्था की गई है। यहां स्किल डेवलपमेण्ट के भी अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ होंगे, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई के दौरान ही यह तय हो जाएगा कि वह आगे जाकर किस फील्ड में पारंगत बनकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देंगे। राष्ट्र निर्माण के वर्तमान अभियान के साथ-साथ राष्ट्र भक्तों की एक मजबूत नींव प्रदान करने में अटल आवासीय विद्यालय एक निर्णायक भूमिका का निर्वहन करेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें मुरादाबाद मण्डल के अटल आवासीय विद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाना है। अभी बरेली के बच्चों की पढ़ाई लखनऊ और मुरादाबाद के बच्चों की पढ़ाई बुलन्दशहर में करायी जा रही है। बरेली के अटल आवासीय विद्यालय में इस सत्र के बच्चे आ चुके हैं। जो बच्चे कक्षा-06 से कक्षा-07 में गए हैं या कक्षा-09 से कक्षा-10 में गए हैं, उन बच्चों का आगामी सत्र 15 अप्रैल से प्रारम्भ होना है। 15 अप्रैल से उन्हें यहां एक भव्य परिसर के साथ जुड़कर शिक्षा ग्रहण करने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी कल्याणकारी राज्य की यह जिम्मेदारी है कि अपने नागरिकों को अच्छी सुविधा दें। आप सभी ने विगत 10 वर्षों में बदलते भारत को देखा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में हर क्षेत्र में एक नया परिवर्तन आया है। अन्नदाता किसानों व श्रमिकों के जीवन में परिवर्तन करने, युवाओं को नौकरी और रोजगार देने, व्यापारियों को सुरक्षा प्रदान करने, नए उद्यम स्थापित करने के लिए ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्य को प्राप्त करने, बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए हाई-वे, रेलवे, मेट्रो रेल, वॉटर-वे या एयरपोर्ट के निर्माण करने की कार्यवाही को तेजी के साथ आगे बढ़ाने और गांव-गांव की कनेक्टिविटी बेहतर करने जैसे कार्य देश भर में किए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत दुनिया का अकेला देश है, जहां पर विगत 05 वर्षों से 80 करोड़ लोग कोरोना महामारी का सामना करने के बाद निःशुल्क राशन की सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। देश के 50 करोड़ से अधिक लोग आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर प्राप्त कर रहे हैं। विगत 10 वर्षों में देश के 12 करोड़ घरों में 01-01 शौचालय, 04 करोड़ लोगों को 01-01 आवास और 10 करोड़ घरों में उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस के निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध कराने के कार्य किए गए हैं। करोड़ों लोगों के घरों में विद्युत के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। यह सभी कार्य प्रधानमंत्री जी के सबका साथ, सबका विकास के संकल्प के अन्तर्गत किए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को धरातल पर उतारते हुए, हमने सबका विकास करने और सरकारी योजनाओं के लाभ देने के कार्य किये हैं। हमने राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की हर हाल में रक्षा की है और तुष्टीकरण किसी का नहीं किया है। नए भारत में इसका जीवन्त दृश्य हम सभी को देखने को मिल रहा है। नया भारत आगे बढ़ रहा है, तो उसका लाभ उत्तर प्रदेश को भी प्राप्त हो रहा है। इसी प्रकार जब उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है, तो उसका लाभ देश को मिल रहा है। जब बरेली आगे बढ़ेगा, तो इसका लाभ उत्तर प्रदेश को भी मिलेगा। उत्तर प्रदेश आगे बढ़ सके, इसी भाव से आज हम अटल आवासीय विद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम से जुड़े हैं।
मुख्यमंत्री जी ने अभिभावकों से कहा कि जब उन्होंने अपने बच्चों पर ध्यान दिया, तो बच्चों ने अटल आवासीय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास की। अब उन बच्चों को एक अच्छे विद्यालय में प्रवेश मिल गया है। बच्चों को बार-बार घर बुलाने की आवश्यकता नहीं है। जब वह विद्यालय से घर जाएं, उस समय ही आप उनसे संवाद करें। रोज-रोज उनकी पढ़ाई में व्यावधान देने की आवश्यकता नहीं है। सरकार सारी जिम्मेदारी उठा रही है। आप भी सरकार पर विश्वास कीजिए। आपका बच्चा जितनी मेहनत से आगे बढ़ेगा, उतना ही उसका जीवन उज्ज्वल बनेगा और वह राष्ट्र, समाज और आपके लिए उपयोगी बन पाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने अटल आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों से कहा कि मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता। सभी विद्यार्थियों को विद्यालय के अनुशासन से चलना चाहिए। सभी विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम के अनुसार नियमित रूप से समय से जागें, भोजन ले, विद्यालय जाएं, खेलकूद के कार्यक्रमों में भाग ले, अपने पाठ्यक्रम को पूरा करें और रात्रि में समय पर भोजन ग्रहण कर समय से सोएं। इसके अलावा, विद्यार्थियों का कोई दूसरा कार्य नहीं है। सभी विद्यार्थी एक अच्छे विद्यालय के साथ जुड़कर अपने भविष्य को सजाने और संवारने के कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ चुके हैं। आपका पाठ्यक्रम प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों की टीम द्वारा बहुत विचार कर तैयार किया गया है। 16 अटल आवासीय विद्यालय सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। आज बरेली में यह 17वां अटल आवासीय विद्यालय प्रारम्भ होने जा रहा है। इसके उपरान्त मुरादाबाद के अटल आवासीय विद्यालय का लोकार्पण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम अटल आवासीय विद्यालयों के माध्यम से शिक्षा का जितना बेहतर मॉडल दे पाएंगे, यह श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म शताब्दी महोत्सव वर्ष में उनके प्रति हमारी उतनी ही बड़ी श्रद्धांजलि होगी। स्वतंत्र भारत में पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी के अन्त्योदय के सपने को श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने साकार किया था। अटल जी पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने अन्त्योदय के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश में हर गरीब को राशन की सुविधा से जोड़ने का कार्य किया था। उन्हें सस्ती दर पर राशन मिल सके, इसके लिए उन्होंने अपने कालखण्ड में वर्ष 1998 से लेकर वर्ष 2004 के बीच इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया था। देश में सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर की दिशा में अटल जी ने विश्वस्तरीय हाई-वे दिए। गांव-गांव की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अटल जी की देन है।
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम के उपरान्त अटल आवासीय विद्यालय के निकट स्थित वृहद गौ-संरक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया और गायों को गुड़ व चारा खिलाया।
इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरुण कुमार सक्सेना, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जे0पी0एस0 राठौर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षकगण, विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।