January 14, 2025 7:21 pm

प्रयागराज के 24 मंचों पर 05 हजार से अधिक लोक कलाकार रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेगे-जयवीर सिंह

न्यूज ऑफ इंडिया (एजेंसी) लखनऊ। प्रयागराज महाकुम्भ श्रद्धालुओं और आगन्तुकों को आस्था एवं परम्परा तथा संस्कृति का अद्भुत संगम करेगा। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए महाकुम्भ में 10 हजार लोगों की क्षमता का गंगा पंडाल सेक्टर-1 परेड ग्राउण्ड में बनाया गया है। जिसमें भारत के जाने माने कलाकार तथा पद्मश्री, पद्मभूषण तथा पद्मविभूषण से सम्मानित कलाकार अपनी रंगारंग प्रस्तुति देगे। इसके अलावा त्रिवेणीमंच, यमुना मंच, सरस्वती मंच जैसे छोटे पंडाल में स्थापित किये गये हैं, जिनकी क्षमता 02 हजार दर्शकों की है। इन 24 मंचों पर लोकगीत, शास्त्रीय नृत्य तथा काव्यपाठ जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे। महाकुम्भ एक धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति परम्पराओं का जीवंत उत्सव भी है।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कल संस्कृति विभाग की समीक्षा के दौरान दी। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से 24 फरवरी तक कुल 24 मंचों पर ख्याति प्राप्त कलाकार जैसे शंकर महादेवन, कुमार विश्वास, साधना सरगम, शान, हेमामालिनी, डोना गांगुली, कविता कृष्णमूर्ति, सुरेश वाडेकर, हरिहरन, नितिन मुकेश, कैलाशखेर, रविशंकर, विश्वमोहन भट्ट, मालिनी अवस्थी, सोनल मानसिंह आदि लोक सांस्कृतिक कलाकार श्रद्धालुओं का मनोरंजन करेगे। इसके लिए 05 हजार से अधिक कलाकारों को विभाग द्वारा आमंत्रित किया गया है। इन कलाकारों को ठहरने, भोजन आदि की समुचित व्यवस्था की गयी है।

जयवीर सिंह ने बताया कि इसके अलावा सेक्टर-7 में उ0प्र0 दर्शन मंडप की स्थापना की गयी है। जिसके अंतर्गत प्रदेश के 12 पर्यटन सर्किट दर्शाये गये हैं एवं प्रत्येक सर्किट के लिए एक गाइड की व्यवस्था की गयी है जो आने वाले श्रद्धालुओं को प्रदेश के विभिन्न महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी देने के साथ ही गन्तव्य का रास्त भी बतायेगे। ज्यादातर दर्शक काशी, मथुरा, चित्रकूट, गोरखपुर, अयोध्या, वृन्दावन, बरसाना, नैमिषारण्य आदि जगहों पर जाना चाहते हैं। अब तक इस मंडप में लगभग 11 हजार दर्शक पधार चुके हैं।

इसी प्रकार उ0प्र0 दर्शन मंडप के सामने लगभग 10 राज्यों के प्रसिद्ध व्यंजनों के स्टॉल लगाये गये है, जिसमें प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों के स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल लगाये गये हैं। इस व्यंजन स्टाल में कल तक 11 हजार श्रद्धालु स्वादिष्ट भोजनों का स्वाद ले चुके हैं। इन पंडालों में प्रदेश की सांस्कृतिक विविधिता के दर्शन हो रहे हैं।

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