मदन सिंह
लखनऊ। हजरतगंज स्थित डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के डाक्टरों की टीम ने 50 वर्षीय महिला की सर्जरी कर पेट से ट्यूमर निकालकर नया जीवनदान दिया। इस वजय से उसके शरीर में तमाम दिक्कतें होने लगी थी।हालांकि अब वह पहले से स्वास्थ है। जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार मिली देवरिया निवासी 50 वर्षीय महिला को पेट में दिक्कत थी। आनन-फानन में उसने सिविल अस्पताल की ओपीडी में सर्जन डॉ.आनन्द मिश्र को दिखाया जहॉ उन्होंने अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन जांच में ट्यूमर पाया गया। जिसमें उसे चार जनवरी को भर्ती कर सात जनवरी को आपरेशन किया गया। उन्होंने बताया ट्यूमर को हार्ट से पैरो तक खून पहुंचाने वाली धमनी इनफिरिअर वेनाकोवा (आईवीसी) से खून की आपूर्ति हो रही थी,जिसकी वजह से साइज बढ़ता जा रहा है। यह ट़यूमर आंत के साथ ही आईवीसी, एब्डामल एरोटा धमनी, यूरेटर को दबा रहा था। जिसकी वजह से मल-मूत्र त्यागने में दिक्कतें आ रही थी। डॉ.आनन्द का कहना है कि पेट का नीचला हिस्सा फूला था, कब्ज रहती थी। पेशाब में जलन की शिकायत के साथ ओपीडी में आई थी। डाक्टर के मुताबिक,करीब तीन से चार घंटे तक हाई रिस्क सर्जरी चली । उन्होंने कहा एनिमिक होने की वजह से कई यूनिट खून भी चढ़ाया गया। सर् डॉ.आनन्द मिश्र ने बताया महिला की सर्जरी करना उनके लिए हाई रिस्क था, जोकि इसमें मरीज की जान भी जा सकती थी। क्योकि ट्यूमर पेट में फैल चुका था। बच्चेदानी से सटा हुआ था और उसका वजन पांच किलो से ज्यादा था। हालांकि एक जटिल आपरेशन कर नया जीवन दिया गया। हालांकि अब वर्तमान में महिला तेजी से स्वास्थ्य लाभ ले रही है, जल्द ही छुट्टी दे दी जाएगी। साथ ही सिविल अस्पताल के निदेशक डाक्टर सुनील भारती और सीएमएस डाक्टर राजेश श्रीवास्तव ने बधाई दी। सर्जरी टीम में, उनके साथ रेजीडेंट डॉ.सचिन कुमार, एनेस्थेटिक डॉ.एस के सिंह, ओटी टेक्निशयन सुदेश कुमार व सविता चौधरी शामिल रही।