न्यूज ऑफ इंडिया (एजेंसी) लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाकुम्भ-2025 में प्रसार भारती द्वारा विशेष एफ0एम0 चैनल ‘कुम्भवाणी’ का प्रसारण प्रारम्भ किया गया है। यह एक अद्भुत अवसर है। जो लोग किन्हीं कारणों से यहां नहीं पहुंच पाते, उन तक हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से पहुंचेंगे। उन्हें इस महासमागम के सजीव प्रसारण के माध्यम से सनातन गौरव को जानने, सुनने तथा आने वाली पीढ़ी को अवगत कराने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री आज प्रयागराज में आकाशवाणी के एफ0एम0 रेडियो चैनल कुम्भवाणी 103.5 मेगाहर्ट्ज का शुभारम्भ करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुम्भवाणी के माध्यम से प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त से लेकर देर रात्रि तक कुम्भ से जुड़े कार्यक्रमों का आँखों देखा हाल प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही, श्री रामचरितमानस, श्रीमद्भगवद्गीता व अन्य वैदिक शास्त्रों, पुराणों तथा उपनिषदों से जुड़े धार्मिक उद्धरणों को भी प्रस्तुत किया जाएगा। धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कुम्भ से सम्बन्धित रहस्यों से दूर-दराज के गांवों में रहने वाले श्रद्धालुओं को अवगत कराया जाएगा।
लोक परम्परा एवं संस्कृति को आमजन तक पहुंचाने के लिए आकाशवाणी सर्वप्रथम माध्यम है। वह बचपन में आकाशवाणी द्वारा प्रसारित होने वाले श्री रामचरितमानस को ध्यानपूर्वक सुनते थे। समय के अनुरूप तकनीक में परिवर्तन हुआ। लोगों ने दूरदर्शन द्वारा प्रसारित आडियो विजुअल कार्यक्रमों को देखना प्रारम्भ किया। कालांतर में निजी क्षेत्र के भी अनेक चैनल प्रसारित हुए। समय की प्रतिस्पर्धा के अनुरूप स्वयं को तैयार कर और दूर-दराज क्षेत्रों में कनेक्टिविटी की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए प्रसार भारती के एफ0एम0 चैनल ने वर्ष 2013 तथा वर्ष 2019 के कुम्भ में अत्यधिक लोकप्रियता अर्जित की थी।
महाकुम्भ एक आयोजन मात्र नहीं है, बल्कि यह सनातन गौरव का एक महासमागम है। जिसको सनातन धर्म की गरिमा व गौरव देखना हो, वह कुम्भ का दर्शन करे। जो लोग सनातन धर्म को संकीर्ण दृष्टि से देखते हैं तथा समाज को अस्पृश्यता के आधार पर बांटने का काम करते हैं, उन्हें यहां आकर देखना चाहिए कि यहां पंथ, जाति तथा लिंग आदि से सम्बन्धित कोई भेदभाव नहीं है। सभी पंथ और सम्प्रदाय एक साथ एक ही संगम पर स्नान करते हैं। सभी लोग आस्था की डुबकी लगाकर सनातन गौरव का आध्यात्मिक संदेश देश-दुनिया तक पहुंचाते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ के समय विश्व के कोने-कोने से आए हुए श्रद्धालुओं के एकत्रित होने से प्रयागराज घोंसले या नीड़ के सदृश्य दिखाई देता है।
दुनिया भर के श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक गहराइयों में डुबकी लगाने तथा यहां के रहस्य को समझने के लिए अभी से प्रयास प्रारम्भ कर दिए हैं। उनका आगमन प्रारम्भ हो चुका है। उन्होंने कहा कि यदि हम सनातन धर्म से जुड़े गौरव को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाएंगे तो आमजन के मन में इसके प्रति श्रद्धा का भाव उत्पन्न होगा। कोविड कालखण्ड में दूरदर्शन द्वारा प्रसारित किया गया रामायण सीरियल पुनः अत्यंत लोकप्रिय हुआ था। इससे दूरदर्शन की टी0आर0पी0 में अभूतपूर्व वृद्धि हुई थी।
मुख्यमंत्री जी ने कुम्भवाणी चैनल की लांचिंग के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ0 एल0 मुरुगन के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर कुम्भवाणी रेडियो चैनल पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।
प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष नवनीत कुमार सहगल ने स्वागत उद्बोधन किया।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ0 एल0 मुरुगन ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी, श्री दीपक पटेल, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सी0ई0ओ0 प्रसार भारती गौरव द्विवेदी, महामण्डलेश्वर सतुआ बाबा जगद्गुरु संतोषदास महाराज तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।