लखनऊ। (संवाददाता) पुराने लखनऊ में जुमा की नमाज के बाद पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। बड़ा इमाम स्थित आसिफी मस्जिद के बाहर पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे। मौलाना कल्बे जव्वाद ने पाकिस्तान के पाराचिनार में शिया नरसंहार का जमकर विरोध किया है। मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान में खुले आम महिलाओं, बच्चों की हत्या हो रही है।
मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि पाकिस्तान में 100 से अधिक बेगुनाहों का खून बहाया गया। विगत कई महीनों से निर्दोषों की हत्या का सिलसिला जारी है। इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान में आतंकवाद हावी है। पाराचिनार में शियों के नरसंहार पर यूएन समेत सभी शांति प्रिय देश खामोश तमाशा देख रहे हैं। सबसे अधिक दुख इस बात का है कि तमाम मुस्लिम संस्थाएँ और उलेमा इस क्रूरता पर चुप हैं। पाकिस्तान में यजीद के समर्थक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद पर काबू पाने में नाकाम रही है और यही वजह है कि सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में बेगुनाहों का खून बहाया जा रहा है।
मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि हमारी मांग है यूएन और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन इसमें हस्तक्षेप करें। मौलाना जव्वाद ने यूएन से इस संबंध में पाकिस्तान की जवाबदेही की मांग किया है। उन्होंने कहा कि इस अपराध के लिए पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को पाकिस्तान के शियों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाने चाहिए। मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान सरकार के हाथ शियों के खून से रंगे हुए हैं।
इस नरसंहार में अफगानिस्तान भी शामिल है। मुसलमानों में एक तबका ऐसा है जो शिया समुदाय को अपना दुश्मन मानता है। यह वही लोग हैं जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं और बेगुनाहों को मार रहे हैं।भारत सरकार से हमारी मांग है कि तत्काल इसमें हस्तक्षेप करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को उठाएं। मौजूदा समय में मानवता से जुड़ा हुआ यह सबसे गंभीर मुद्दा है। आज पूरे विश्व का हर देश प्रधानमंत्री की बात से प्रभावित होता है। अगर पीएम मोदी इस अपराध के खिलाफ नहीं बोलेंगे तो पूरे विश्व की शांति और भाईचारा पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।