मलिहाबाद लखनऊ। राजधानी लखनऊ के रहीमाबाद क्षेत्र में थाने पर तैनात शिवम सिपाही पर ग्राम प्रधान ने अभद्रता करने का आरोप तथा क्षेत्र के ही एक युवक ने दूध न देने पर उसे पीटने का आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी। अधिकारियों ने शिकायत का संज्ञा लेकर सिपाही को दोषी पाने पर उसे लाइन हाजिर कर दिया। इस सिपाही की वजह से पुलिस विभाग की छबि धूमिल हो रही थी।
मलिहाबाद विकासखंड की ग्राम पंचायत जिन्दौर के ग्राम प्रधान सतीश कुमार गोस्वामी ने बीते आठ नवंबर को आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी कि रहीमाबाद कस्बे में तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत करने वह थाना रहीमाबाद पहुंचे थे जहां बीट सिपाही शिवम सिंह द्वारा उनके साथ अभद्रता करते हुए बदसलूकी की गई थी। ग्राम प्रधान ने अभद्रता व बदसलूकी की शिकायत की जिसके बाद मामला सोशल मीडिया पर प्रकाशित हुआ। उसके बाद थाना क्षेत्र के ही गहदों मजरे उतरेहटा गांव निवासी विशाल ने एक सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर बताया कि शिवम सिपाही को दूध न देने पर उसकी पिटाई कर दी थी। उसने अधिकारियों से शिकायत तो की थी।
लेकिन उसके मामले में कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई। शिवम सिपाही पर इस तरह के आरोपो को देखकर उच्च अधिकारियों ने संज्ञान लिया और शिवम मलिहाबाद लखनऊ। राजधानी लखनऊ के रहीमाबाद क्षेत्र में थाने पर तैनात शिवम सिपाही पर ग्राम प्रधान ने भद्रता करने का आरोप तथा क्षेत्र के ही एक युवक ने दूध न देने पर उसे पीटने का आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी। अधिकारियों ने शिकायत का संज्ञा लेकर सिपाही को दोषी पाने पर उसे लाइन हाजिर कर दिया। इस सिपाही की वजह से पुलिस विभाग की छबि धूमिल हो रही थी।
मलिहाबाद विकासखंड की ग्राम पंचायत जिन्दौर के ग्राम प्रधान सतीश कुमार गोस्वामी ने बीते आठ नवंबर को आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत की थी कि रहीमाबाद कस्बे में तालाब की भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत करने वह थाना रहीमाबाद पहुंचे थे जहां बीट सिपाही शिवम सिंह द्वारा उनके साथ अभद्रता करते हुए बदसलूकी की गई थी। ग्राम प्रधान ने अभद्रता व बदसलूकी की शिकायत की जिसके बाद मामला सोशल मीडिया पर प्रकाशित हुआ। उसके बाद थाना क्षेत्र के ही गहदों मजरे उतरेहटा गांव निवासी विशाल ने एक सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर बताया कि शिवम सिपाही को दूध न देने पर उसकी पिटाई कर दी थी। उसने अधिकारियों से शिकायत तो की थी लेकिन उसके मामले में कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई। शिवम सिपाही पर इस तरह के आरोपो को देखकर उच्च अधिकारियों ने संज्ञान लिया और शिवम सिपाही को दोषी पाने पर तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।