मलिहाबाद लखनऊ । राजधानी लखनऊ के बीती 15 जुलाई को लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में 14 वर्ष की दलित बालिका के साथ प्राइमरी शिक्षक व अपने दोस्तो द्वारा घर में बंद कर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था पुलिस ने इस मामले में मिले प्रार्थना पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था। जिसके बाद नाबालिक लड़की लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहा डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद गुरूवार को परिजनो ने रहीमाबाद चौराहे पर शव रखकर लखनऊ हरदोई राष्टीय राजमार्ग को जाम कर दिया। करीब 3 घंटे तक लगातार रोड पर आवागमन प्रभावित रहा। इस दौरान अपनी 7 मांगो को लेकर परिजन अड़े रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग जाम की सूचना पर एडीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे परिजनों समझाने की कोशिश की। करीब तीन घंटों तक आवागमन प्रभावित रहा।
इस दौरान करीब तीन थानों के पुलिस मौके पर मौजूद रही। परिजनो अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे अपराधी को सजा के लिए फास्ट ट्रायल किया जाय। ग्राम सभा में पीड़ित परिवार को जमीन मिले इसके अलावा सरकारी आवास आर्थिक सहायता भी दी जाए आदि मांगो में लिए परिजन अड़े रहे। करीब तीन घंटे बाद परिजनो ने लिखित आश्वासन परिजन माने।
जिसके बाद लगे जाम को खुलवाया गया। इस दौरान एडीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव, एसीपी बाजार खाला वीरेंद्र विक्रम सिंह ,एसीपी मलिहाबाद धर्मेंद्र सिंह, सीओ बांगरमऊ, अनिल चौरसिया मौके पर एसडीम हसनगंज, रामदेव निषाद ,मलिहाबाद इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ,माल इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी, रहीमाबाद प्रभारी अनुभव सिंह, माल मलिहाबाद रहीमाबाद काकोरी और भारी पुलिस बल मोके पर मौजूद रहा।