न्यूज ऑफ इंडिया ( एजेन्सी) लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग ने आईआईएम लखनऊ द्वारा संचालित सेंटर फॉर मार्केटिंग इन इमर्जिंग इकोनॉमीज (सीएमईई) में ’डेस्टिनेशन इमेज पर्सेप्शन’ विषय पर एक शोध परियोजना के पूरा होने की घोषणा की है। इस शोध को प्रो. सत्य भूषण दास, प्रो. प्रियंका शर्मा और मोहन कृष्णन ने मार्केट एक्सेल रिसर्च एजेंसी के सहयोग से किया है। अध्ययन में उत्तर प्रदेश के विविध पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। इस शोध द्वारा प्राप्त जानकारी उत्तर प्रदेश में पर्यटन के भविष्य को आकार देने में बहुमूल्य साबित होगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि हम स्वच्छता, बेहतर परिवहन सुविधाओं और बजट अनुकूल आवास पर ध्यान केंद्रित कर पर्यटन अनुभव को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश ’पर्यटन का गढ़’ बनकर उभरा है, जिसमें बेहतर बुनियादी ढांचा, कनेक्टिविटी और सुविधाएं हैं। यूपी अपने 12 पर्यटन सर्किटों के साथ पर्यटकों को एक अवसर प्रदान करता है कि वे अपनी इच्छानुसार गंतव्य का चयन कर सकें। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है, कि हर पर्यटक/आगंतुक सुखद अनुभव और पुनः वापस आने की इच्छा लेकर जाए।
जयवीर सिंह ने बताया कि यह शोध, पर्यटन नीति 2022 के तहत किया गया है, जिसके तहत पर्यटन विभाग द्वारा 10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी गई है। इसमें यात्रियों को उत्तर प्रदेश के प्रमुख गंतव्यों में भ्रमण के लिए प्रेरित करने वाली विशेषताओं के बारे में जागरूक करने के लिए गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों तरीकों को सम्मिलित किया गया है। रिसर्च में घरेलू पर्यटन के गंतव्यों के चयन से संबंधित रुझानों को समझने का प्रयास किया गया है। शोध में पाया गया है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यात्रियों को भ्रमण के लिए प्रेरित करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उत्तर प्रदेश घूमने आए ज्यादातर पर्यटक प्रियजनों के साथ सुखद समय बिताने के लिए आते हैं, जिससे प्रदेश की एक ऐसी छवि बनती है जहां पर्यटक फैमिली फ्रेंडली टूरिज्म संभव है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश का आगरा शहर ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध है। यहां बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधाजनक यात्राओं के जरिए जल्द पहुंचा जा सकता है। मथुरा, वृंदावन, वाराणसी और प्रयागराज आगंतुकों को अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। यहां के धार्मिक स्थलों पर अपेक्षाकृत आसानी से पहुंचा जा सकता है। शोध में सामने आया कि, पर्यटक गंतव्य स्थलों के चयन में क्षेत्र के समृद्ध रीति-रिवाज, त्योहारों और धार्मिक गतिविधियों को प्राथमिकता पर रखते हैं, यही वजह है कि अयोध्या के प्रति आकर्षण तेजी से बढ़ा है।
जयवीर सिंह ने बताया कि प्रसिद्ध शहर कानपुर को कम पैसे में यात्रा करने के लिए आदर्श गंतव्य के रूप में देखा जाता है। वहीं, वाराणसी ’लक्जरी डेस्टिनेशन’ के रूप में अलग पहचान बना रहा है। लखनऊ अपने ऐतिहासिक स्मारकों, इमारतों के साथ-साथ प्रसिद्ध रेस्तरां के लिए जाना जाता है। लखनऊ में खान-पान की विविधता पर्यटकों को विशेष आकर्षित करती है। इसी तरह, महोबा जिले का चरखारी बेहतरीन जलवायु की वजह से पारिवार के साथ सैर के लिए लोगों की पहली पसंद बनकर उभरा है। झांसी अपने प्रतिष्ठित स्मारकों और ऐतिहासिक स्थलों के लिए विख्यात है, तो कौशाम्बी अपनी विशिष्टता के लिए जाना जाता है। बांदा जिला स्थित कालिंजर अपनी बेहतरीन सड़कों, परिवहन सेवाओं और गुणवत्तापूर्ण होटल के लिए चर्चित है। कुशीनगर को उसकी स्वच्छता, कम प्रदूषण और प्राचीन इतिहास के लिए सराहा जाता है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि नवनिर्मित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या, उत्तर प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों में शीर्ष विकल्प के रूप में उभरा है। अयोध्या, पर्यटकों/श्रद्धालुओं के बीच आध्यात्मिकता, स्वच्छता, अद्वितीय धार्मिक स्थल के रूप में तेजी से स्थान बनाने में सफल रहा है। शोध में पर्यटकों को तीन अलग खंडों में बांटा गया-खोजकर्ता, परंपरावादी और अधिक यात्रा करने वाले। प्रत्येक समूह एक अलग ट्रैवल विहेवियर को प्रदर्शित करता है, जिसमें या फिर कम प्रचलित स्थलों पर, प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण स्थलों, एक निर्धारित बजट के अंतर्गत या ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अनुभवों को प्राथमिकता देना आदि शामिल है।
जयवीर सिंह ने बताया कि गंतव्य के चयन में महत्वपूर्ण कारक जैसे-विशिष्टता, सुविधा, आकर्षण और गंतव्यों की समग्र भावनात्मक अपील शामिल है। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक तथा प्राचीनता स्थलों से परिपूर्ण विविधता उत्तर प्रदेश को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करती है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग मार्केटिंग स्ट्रेटजी को बढ़ाने के साथ समग्र पर्यटन अनुभव उपलब्ध कराने के लिए समर्पित है। साथ ही, यह सुनिश्चित करता है कि उत्तर प्रदेश दुनिया भर के आगंतुकों/पर्यटकों को बेहतर अनुभवों के साथ आकर्षित करने के प्रयास आगे भी जारी रखेगा।