न्यूज ऑफ़ इंडिया( एजेंसी) लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने गोमतीनगर स्थित लोहिया पार्क में सोनचिरैया द्वारा आयोजित देशज के तीसरे संस्करण का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि हमारा देश विविधताओं में एकता का स्वरूप है। गांवों में किस्म-किस्म के लोक गीत, लोक नृत्य, लोक संस्कार, जिसने सैकड़ों-हजारों साल से हमारी संस्कृति और हम लोगों को बचा के रखा है। धीरे-धीरे चीजें खत्म होती चली जाती है, जिससे हम अपने आप को भूल जाते हैं, जब हम अपने आप को भूल जाते हैं, तो हमारी ताकत भी खत्म होती जाती है। हाल के समय में हमने अपने अपनी ताकत को पहचाना है।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ हमारा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास भी जरूरी है, ताकि हम एक अच्छे खुशहाल इंसान बन सकें। हमारी संस्कृति, संस्कार और सभ्यता को देखें तो साल के 365 दिन हम उत्सव मनाते है। हर दिन कोई न कोई तीज त्योहार होता है। हमारा पूरा जीवन उत्सव का जीवन है, लेकिन जब हम अपने आप से दूर हो जाते हैं, तो सेलीब्रेशन के स्थान पर डिप्रेशन में चले जाते हैं। मूल प्रवृत्ति से विरत हो जाते हैं। भारत की आत्मा लोकाचार व लोक संस्कृति में है। इसे जिंदा रखने पर हमारी ताकत बढ़ेगी। भारतीय संस्कृति और सभ्यता से युवा पीढ़ी को जोड़ना चाहिये।
उन्होंने मालिनी अवस्थी जी को शुभकामनायें देते हुआ कि मालिनी जी ने जिस विश्वास और निष्ठा के साथ काम शुरू किया है, उन्हें विश्वास है कि वह लोक संस्कृति और लोक व्यवहार को आगे बढ़ाने के लिए निरन्तर कार्य करती रहेंगी। सोहर हमारे लोकाचार का महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि बचपन में जब सोन चिरैया लेकर लोग चलते थे, तो वह हम लोगों को आकर्षित करती थी। यह सोनचिरैया है ऐसी जो कभी मरती नहीं, चलती रहती है। इस कार्यक्रम को सोन चिरैया नाम दिया है, जो अत्यंत सुंदर है। ग्रेट इंडियन बस्टर्ड ‘सोन चिरैया’ हिन्दुस्तान की धाती है, हमारी शक्ति है, जो हमेशा चलती रहेगी।
उन्होंने कहा कि देशज अर्थात देश में उपजा। देशज के माध्यम से लोक संस्कृति और लोक कला लोगों के सामने लाने का प्रयास सराहनीय है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को लोक संस्कृति और विरासत से जुड़ने का अवसर प्राप्त होता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, सुप्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी सहित लोक कलाकार एवं दर्शकगण आदि उपस्थित थे।