लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीएमजीएसवाई( प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना) की सड़कों को शत् प्रतिशत एफडीआर तकनीक पर ही बनाया जाय और कहा कि इसकी तैयारी की जाए कि भविष्य में पीएमजीएसवाई की सड़कों को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ही बनाये,इस हेतु जो जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी हो शीघ्र पूरी की जांय। पीएमजीएसवाई की सड़कों की नियमित रूप चेकिंग करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एफडीआर तकनीक से काम करने वाले कान्ट्रेक्टर्स की बैठक बुलाई जाय।
’ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ,सड़कों के निर्माण में एफडीआर तकनीक अपनाने में बना रोल माडल’
आपको बताते चलें कि पीएमजीएसवाई की सड़कों के निर्माण में देश में सबसे पहले उत्तर प्रदेश ने एफडीआर तकनीक का उपयोग किया है, उसमें भी ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने सबसे पहले इस तकनीक को अपनाया है,, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की अगुवाई में सफलता को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने भी इसे अपनाया है और अन्य प्रान्तों में भी इस तकनीक को अपनाया गया है। अन्य प्रान्तों के इंन्जीनियर्स, विशेषज्ञ आदि यह तकनीक जानने व समझने के लिए उत्तर प्रदेश का दौरा कर चुके हैं और फील्ड विजिट कर निर्मित सड़के देखी है। इस तकनीक के इस्तेमाल से 15-20 प्रतिशत लागत में बचत हो रही है, और कार्बन उत्सर्जन में भी कमी होती हैं व सड़कें भी दो गुनी मजबूत बन रही है, ऐसा दावा किया गया है।
इस तरह ग्रामीण अभियंत्रण विभाग , पीएमजीएसवाई की सड़कों के निर्माण में एफडीआर तकनीक अपनाने के मामले में रोल माडल बन गया है।उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि एफडीआर तकनीक अपनाने से जिस पैसे की बचत हो रही है, उससे सड़कों के सौन्दर्यीकरण आदि पर व्यय किया जा सकता है,जैसे कहीं पर सड़क किनारे जहां उचित हो राहगीरों, यात्रियों आदि के बैठने के लिए सीटें यूरेनल, जन्कशन इम्प्रूवमेंट, वृक्षारोपण, टी गार्ड आदि, कार्य करा सकते हैं, इसके प्लान बनायें। एफ डी आर तकनीक अपनाने वाले ठेकेदारों को बुलाया जाय और उनके साथ मीटिंग करायी जाय, उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य प्रान्तों के कान्ट्रेक्टर्स व विशेषज्ञों को भी बुलायें , विस्तार से चर्चा की जाए। एफडीआर तकनीक का फायदे का व्यापक सन्देश समाज में दिया जाय।
उत्तर प्रदेश रूरल रोड डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुखलाल भारती ने बताया कि इस तकनीक का बढ़ावा दिये जाने के प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य अभियंता यूपीआरआरडीए, राज कुमार चौधरी ने बताया कि अभियान चलाकर पीएमजीएसवाई की सड़कों का निरीक्षण कराया गया है और जहां कहीं भी कमियां परिलक्षित हुयीं ,वहां पर सुधारात्मक कार्य कराये गये हैं।