न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी) लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में भारतीय रिज़र्व बैंक की राज्य स्तरीय समन्वय समिति की 15वीं बैठक आयोजित की गई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने बढ़ते वित्तीय धोखाधड़ी एवं साइबर क्राइम की रोकथाम के लिये डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों को आयोजित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सर्विसेज और डिजिटल ट्रांजक्शन के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। आम नागरिकों से धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन चुका है और पहले नंबर पर लाने के लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के तहत प्रदेश में निवेश के लिये अनुकूल वातावरण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आर्थिक विकास में बैंकिंग सेक्टर का अहम रोल है। पीएम स्वनिधि, पीएम विश्वकर्मा आदि योजनाओं द्वारा न्यूनतम दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। बैंकों द्वारा अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को योजना से लाभान्वित कराया जाये। बैंकिंग सुविधा प्राप्त करने की प्रक्रिया आसान होनी चाहिये, जिससे लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक में महानिदेशक संस्थागत वित्त शिव सिंह यादव, भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।