लखनऊ। राजधानी के विवेकानंद अस्पताल में प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को निःशुल्क आयुष शिविर का आयोजन किया जायेगा।जिसे रामकृष्ण मिशन की स्थापना की 125वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक आयुर्विज्ञान संस्थान के आयुष विभाग में एक दिवसीय निःशुल्क आयुष शिविर लगाया जाएगा। जिसमें आयुर्वेद पंचकर्म, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथी, यूनानी, एक्यूपंक्चर, एक्यूप्रेशर, रेकी, प्राणिक हीलिंग परामर्श जागरूकता शिविर लगाया जाएगा।ज्ञात हो कि प्रदेश में विवेकानंद अस्पताल 350 बिस्तरों वाला एक एनएबीएच एवं एनएबीएल द्वारा मान्यता प्राप्त मल्टी-स्पेशेलिटी अस्पताल है।अस्पताल में आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेद एवं पंचकर्म, होम्योपैथी, योग एवं नेचुरोपैथी, यूनानी, एक्यूपंक्चर, एक्यूप्रेशर, प्राणिक हीलिंग एवं रेकी द्वारा इलाज किया जा रहा है। शरद ऋतु देखते हुए आयुष विभाग द्वारा एक दिवसीय निःशुल्क शिविर में पंजीकरण एवं परामर्श के साथ निःशुल्क दवाइयों का वितरण होगा।
यह जानकारी शुक्रवार को रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानंद ने दी।उन्होंने बताया कि आयुर्वेद भारतीय प्राचीन चिकित्सा पद्धति नहीं यह जीवन का विज्ञान है और समस्त चिकित्सा पद्धतियों की जननी है। आयुर्वेद के द्वारा चिकित्सा त्रिदोष एवं सप्त धातुओं पर आधारित है, इसमें दिनचर्या, ऋतुचर्या एवं आहार-विहार का विशेष महत्व है। इसमें उपयोग होने वाली समस्त औषधीय विशेष कर वनस्पतियों से निर्मित होती हैं।इसलिए इनका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता एवं विधि पूर्वक प्रयोग करने से व्याधियों का समूल नाश होता है। शिविर में पंचकर्म चिकित्सा पर 50 प्रतिशत की छूट भी प्रदान की जाएगी। योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ जीवन जीवन जीने की उत्कृष्ट चिकित्सा विज्ञान है। जिसमें शरीर शोधन , संक्रमण से बचाव, स्वास्थ्य संवर्धन, स्वास्थ्य संरक्षण, स्वास्थ्य प्रबंधन, रोग निवारण, रोग प्रबंधन, इम्यूनिटी बूस्टर एवं स्वास्थ्य स्वालंबन की अद्धितीय क्षमता विद्यमान है। प्राचीन ग्रंथो में उपलब्ध साक्ष्य के अनुसार प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोग प्राचीन भारत में व्यापक रूप से प्रचलित था।