लखनऊ । राजधानी लखनऊ में आग लगने की घटनाओं में इजाफा को देखते हुए अग्निशमन विभाग इस पर काबू पाने के लिए हर प्रतिष्ठान में काम करने वाले कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की कार्ययोजना तैयार की है। ताकि अग्निकांड के होने वाले वाली जनहानि व हादसों को रोका जा सके। चूंकि विभाग का मानना है कि अग्नि आपदा जोखिम के दृष्टिकोण लखनऊ एक संवेदनशील महानगर हैं । जहां पर बड़े-बड़े माल, होटल, अस्पताल , दुकान और स्कूल है। जहां पर अग्नि दुर्घटनाओं से न? केवल जन-धन की हानि होती हैं, बल्कि अग्नि जब अग्नि विभिषिका में तब्दील हो जाती हैं तो विकास की प्रक्रिया को भी प्रभावित करती हैं। इससे रोकने व न्यूनीकरण करने के लिए जन-जागरूकता, प्रशिक्षण, सतर्कता सहित समुचित अग्नि सुरक्षा व्यवस्था का प्राविधान अपने -अपने भवनों में स्थापित कराने और समय समय पर उसको चलाने का अभ्यास करते रहना अग्नि दुर्घटना होने पर जन-धन की हानि को न्यूनतम करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।आग लगने पर प्रथम दर्शी व्यक्ति प्रथम प्रत्योत्तरदाता के रूप कार्य कर सकता है।
महानिदेशक अग्निशमन तथा आपात सेवा मुख्यालय एवं अपर पुलिस महानिदेशक अग्निशमन तथा आपात सेवा के निदेर्शानुसार में मुख्य अग्निशमन अधिकारी के पर्वेक्षण में अग्निशमन तथा आपात सेवा द्वारा छात्र -छात्राओं, युवा-युवातियों, होटल, हास्पिटल्स, कार्यालयों, स्कूल, कालेजों एवं औद्योगिक इकाइयों,मालों सिनेमाघरों एवं आतिशबाजी, आवासीय भवनों में गार्ड और अग्नि सुरक्षा का कार्य करने वाले सभी लोगों को प्राथमिक अग्निशमन सुरक्षा का सात दिवसीय प्रशिक्षण अग्निशमन केन्द्र गोमतीनगर में प्रस्तावित हैं। यहां पर मंगलवार से सितंबर तक रजिस्ट्रेशन का कार्य चलेगा।मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए इच्छुक प्रतिष्ठान व अभ्यर्थी उक्त तिथियों में फायर स्टेशन गोमतीनगर में आकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है।
प्रशिक्षण में अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा फायर एक्सटिंग्यूशर चलाने,होज पाइप फैलाने-होज पाईप रोल करने, ब्रान्च पाईप लगाने, पकड़ने, एक्सटेंशन लेंडर का उपयोग करने, क्लोज करने,आग बुझाने के अनेक तरीकों सहित गैस रिसाव, गैस सिलेण्डर की आग को सरलता से बुझाने का एवं प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया जाएगा।प्रशिक्षण अवधि पूर्ण करने वाले प्रशिक्षुओं को अग्नि सचेतक का प्रमाण पत्र अग्निशमन विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा दिया जायेगा। आप अपना आत्मरक्षा करने के लिए आत्मा निर्भरता की अग्रसर हो सकतें हैं। आने वाले दिनों में अग्नि सुरक्षा कर्मी हर प्रतिष्ठान में रखा जाना अनिवार्य होगा। यह प्रशिक्षण 30 सितंबर से प्रारम्भ किया जायेगा। यह बेहद महत्वपूर्ण प्रशिक्षण है क्योंकि कि आग एक ऐसी अकस्मात घटने वाली घटना है । जिससे व्यापक रूप में जान माल और पर्यावरण की भार क्षति होती हैं। जिसको रोकने में यह प्रशिक्षण अहम योगदान देगा और लखनऊ में अग्नि आपदा जोखिम का? न्यूनीकरण करने में हम सभी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।