लखनऊ । सरयू एक्सप्रेस में घायल अवस्था में मिली महिला आरक्षी का उपचार ट्रामा सेंटर में चल रहा है। महिला के चेहरे पर गंभीर चोट आयी है। ट्रेन में महिला आरक्षी के साथ हुई इस घटना को हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया तो पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया। ट्रामा सेंटर में भर्ती महिला आरक्षी की हालत कैसी है। यह जानने के लिए प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, विशेष पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार सोमवार को ट्रामा सेंटर पहुंचकर महिला आरक्षी का हाल जाना। इन दौरान डीजीपी ने कहा कि महिला आरक्षी की हालत ठीक है। डॉक्टर बढ़िया उपचार दे रहे है। हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए लोकल पुलिस, रेलवे और एसटीएफ की टीम लगाई की गई। जल्द ही मामले को खुलासा कर दिया जाएगा।
अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।30 अगस्त को अयोध्या रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब 4 बजे मनकापुर से प्रयागराज जा रही सरयू एक्सप्रेस में एक महिला मुख्य आरक्षी गंभीर रूप से घायल मिली थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे, साथ ही चेहरे व गले पर धारदार हथियार से कई बार किए गए थे। जीआरपी अयोध्या ने इसे इलाज के लिए श्रीराम अस्पताल पहुंचा। जहां पर महिला आरक्षी की हालत को गंभीर देखते हुए उसे फिर ट्रामा सेंटर लखनऊ में भर्ती कराया गया। उक्त महिला आरक्षी प्रयागराज की रहने वाली है। साथ ही सुल्तानपुर जिले में तैनात है। अयोध्या सावन झूला मेला में उसकी ड्यूटी लगी थी, वह इस ट्रेन से ड्यूटी के लिए ही आ रही थी। एसपी रेलवे पूजा यादव का कहना है पुलिस की चार टीमें मामले की जांच में जुटी हुई है।
घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद तक पुलिस विभाग के किसी अधिकारियों ने महिला आरक्षी का सुध नहीं लिया लेकिन जब घटना पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई है और रेलवे व यूपी सरकार से जवाब तलब किया तब मामले को पुलिस के आलाधिकारियों ने मामले को गंभीरता पूर्वक से लिया। इसीलिए सोमवार को प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था ट्रामा सेंटर पहुंचकर महिला आरक्षी का हाल जाना और डॉक्टरों से उपचार के बारे में बातचीत की। इस दौरान प्रशांत कुमार ने कहा कि आरक्षी की हालत में सुधार हुआ है। मामले की जांच गंभीरता पूर्वक से की जा रही है।