लखनऊ। एसटीएफ यूपी को रविवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित कनिष्ठ सहायक मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर परीक्षा दे रहे पांच साल्वरों को लखनऊ के अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।रविवार प्रदेश के लखनऊ एवं जनपद आगरा में कुल 78 परीक्षा केन्द्रों पर सम्मिलित कनिष्ठ सहायक मुख्य परीक्षा होनी थी, जिसे सूचितापूर्ण, पारदर्शी, नकल विहीन तरीके से कराये जाने के लिए एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमों व इकाईयों को निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में सभी टीमों व इकाईयों द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।अभिसूचना संकलन के दौरान अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ यूपीके पर्यवेक्षण में एक टीम द्वारा अभिसूचना संकलन के कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान सूचना मिली कि एनडब्लूपी इण्टर कालेज चिनहट में आयोजित सम्मिलित कनिष्ठ लिपिक परीक्षा में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर द्वारा परीक्षा दी जा रही है।
इस सूचना पर निरीक्षक दिलीप तिवारी के नेतृत्व में एक टीम द्वारा उक्त परीक्षा केन्द्र पर पहुंच कर एक साल्वर को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसका नाम शिवम गुप्ता पुत्र ज्ञानचंद्र गुप्ता निवासी सरवरपुर थाना खेतासराय जिला जौनपुर है। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान मेरी मुलाकात जनपद रायबरेली व प्रतापगढ़ निवासी अभिषेक कुमार से हुई थी। जिसने मेरी मुलाकात प्रयागराज कटरा में एमएम सर नामक व्यक्ति से करायी। एमएम सर के कहने पर लालच में आकर एसएससी एमटीएस वर्ष 2023 की परीक्षा मे साल्वर के रुप सुधांशु नामक अभ्यर्थी के स्थान पर आईएचएनसी सारनाथ जनपद वाराणसी परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा दिया था। रविवार को मैं अभिषेक के साथ प्रयागराज से लखनऊ आया। अभिषेक मुझको परीक्षा केन्द्र पर छोड़कर मेरा मोबाइल व बैन लेकर चला गया। अभिषेक व एमएम सर नामक व्यक्ति के सम्बन्ध में सूचना संकलित की जा रही हैं। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना चिनहट मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
इसी प्रकार से एसटीएफ को सूचना प्राप्त हुई कि न्यू-वे-ग्रीन पब्लिक इण्टर कालेज, सेक्टर जे जानकीपुरम परीक्षा केन्द्र पर मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर द्वारा परीक्षा दी जा रही है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा उक्त परीक्षा केन्द्र से एक साल्वर को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसका नाम शिव नारायण मौर्य पुत्र स्व. गुलाब चंद्र निवासी ग्राम असईपुर थाना सुरियावां भदोही है। इसी प्रकार से सूचना मिली कि महामना मालवीय विद्या मन्दिर विवेक खण्ड, गोमतीनगर में आयोजित सम्मिलित कनिष्ठ लिपिक परीक्षा में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर द्वारा परीक्षा दी जा रही है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम द्वारा उक्त परीक्षा केन्द्र से एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।जिसका नाम धीरज कुमार शर्मा पुत्र मनोज निवासी ग्राम व थाना चंद्रवारा कोडरमा झारखंड है। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि यह बीएससी करने के बाद बीएड कर करा है। प्रदीप यादव नाम का एक लड़का जो इसके साथ झारखण्ड में कोचिंग करता था। प्रदीप ने इससे कहॉ कि किसी व्यक्ति के स्थान पर सहायक कनिष्ठ लिपिक की परीक्षा देने पर तुमको दस हजार रुपए दिला दूगां।
इस लालच में आकर यह अंकित राव पुत्र ओम प्रकाष राव नि0 छितैनी, देवरिया के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। अंकित ने इसे अपने साथ परीक्षा केन्द्र पर लाकर छोड़ा था और परीक्षा केन्द्र के अन्दर प्रवेष करने के उपरान्त यहॉ से चला गया। अन्य तथ्यों के बारे में छानबीन की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना गोमतीनगर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। परीक्षा के दौरान सूचना मिली कि आदर्श पब्लिक इण्टर कालेज, आशियाना में आयोजित सम्मिलित कनिष्ठ लिपिक परीक्षा में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर द्वारा परीक्षा दी जा रही है। इस सूचना पर एसटीएफ की एक टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुंच कर एक साल्वर को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसका नाम कमलेश निषाद पुत्र रामधनी निवासी जैनपुर टोला, रामनगर ,थाना गुलरिया जनपद गोरखपुर है।
इसी प्रकार से सूचना मिली कि ट्रिनिटी एकेडमी, कल्याणपुर थाना गुडम्बा में आयोजित सम्मिलित कनिष्ठ लिपिक परीक्षा में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर द्वारा परीक्षा दी जा रही है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम द्वारा उक्त परीक्षा केन्द्र पर पहुंच कर एक साल्वर को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसका नाम अखिलेश सिंह पुत्र राम सजीवन सिंह निवासी नियर ट्रैफिक पार्क भोलाखेडा थाना कृष्णानगर जनपद लखनऊ है। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि मेरे एक मित्र जय प्रकाश यादव द्वारा इस परीक्षा में बैठने के लिए कहा गया था जिसके लिए मैने फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। उक्त परीक्षा में साल्वर के रूप में बैठने हेतु रू0 02 लाख और सेलेक्शन के बाद 03 लाख रुपए देने की बात हुयी थी। किराये के तौर पर 06 हजार रुपए मेरे बैक खाते में जय प्रकाश ने गूगल-पे के माध्यम से भेजा था। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना गुडम्बा में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।