न्यूज ऑफ इंडिया (एजेंसी) लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मत्स्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री डा0 संजय कुमार निषाद ने आज यहां मुख्यभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में मत्स्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने विभिन्न योजनाओं की अद्तन प्रगति, आवंटित बजट व व्यय विवरण की गहन समीक्षा की। मत्स्य मंत्री ने अधिकारियों को माह फरवरी, 2025 तक शत-प्रतिशत बजट के सदुपयोग करने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु आवंटित धनराशि को ससमय व्यय किया जाए और प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के लक्ष्यों को पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मत्स्य योजनाओं और मछुआ समुदाय के हितार्थ कार्यों में धनराशि के अभाव में किसी प्रकार का विलम्ब न होने पाए।
मत्स्य मंत्री ने बहुद्देशीय मत्स्य जीवी सहकारी समितियों के गठन के कार्य की धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अभियान चलाकर 1000 नई समितियों के गठन का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाए ताकि मछुआ समुदाय के अधिक से अधिक मछुआरों को रोजगार दिया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए प्रदेश में मोती की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाए और इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए।
उन्होंने कहा कि उ0प्र0 को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और मछुआ समुदाय का सर्वांगीण विकास करना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में से है।
मत्स्य मंत्री ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, निषादराज बोट योजना, उ0प्र0 मत्स्य पालक कल्याण कोष के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं, सघन मत्स्य पालन हेतु एयरेशन सिस्टम की स्थापना तथा सहकारी समितियां के गठन की समीक्षा की।
मत्स्य विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए संचालित सभी योजनाओं को युद्ध स्तर पर संचालित किया जाए ताकि मछुआ समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके। इसके साथ ही अनुपयुक्त जलक्षेत्र जैसे वेटलैण्ड, खारापानी जलक्षेत्र, जलाशय व नदियों को मत्स्य विकास कार्यक्रम से आच्छादित करने तथा प्रदेश के मछुआरों व मत्स्य पालकों के जीवन में आर्थिक सुधार लाने हेतु कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव मत्स्य, के0रविन्द्र नायक ने मंत्री को विभागीय योजनाओं की अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने मंत्री जी को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनसे प्राप्त दिशा निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं में लाभार्थी चयन प्रक्रिया में समयबद्धता और निष्पक्षता का पालन किया जाए और सभी पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का सामान्य लाभ मिले।
समीक्षा बैठक में मत्स्य विकास विभाग के महानिदेशक राजेश प्रकाश, उपनिदेशक पुनीत, श्रीमती अंजना वर्मा,श्रीमती मोनिशा तथा अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।