न्यूज ऑफ इंडिया (एजेंसी) लखनऊ। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा और गोवर्धन के बीच स्थित जचौंदा गांव में शिल्पग्राम के निर्माण के लिए पर्यटन विभाग द्वारा 18.34 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है, जिसमें से 9.17 करोड़ रूपये जारी किये जा चुके हैं। इस शिल्पग्राम के निर्माण से ब्रज क्षेत्र में निर्मित हस्तशिल्प से जुड़े उत्पादों को अच्छा मार्केट मिलेगा। इसके अलावा इस शिल्पग्राम में स्थानीय उत्पाद के क्रय के लिए देश-विदेश के सैलानी आगे आयेंगे। इससे स्थानीय शिल्पियों को आय के साधन सृजित होगे। साथ ही पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला राज्य है। मथुरा महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, जहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस वर्ष जनवरी से सितंबर तक लगभग सात करोड़ श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने आए। इसमें अधिकतर लोग दर्शन-पूजन के साथ-साथ परिक्रमा भी करते हैं। इसे देखते हुए ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा और गोवर्धन के बीच शिल्पग्राम का निर्माण का निर्णय लिया गया है। यहां मेला हाट, पार्किंग, फूड कोर्ट, टिकट घर, शॉप, पाथवे, हॉर्टिकल्चर आदि का निर्माण होगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि ब्रज में वर्ष भर धार्मिक उत्सव वर्ष आयोजित होते हैं। करोड़ों लोग इन उत्सव का हिस्सा बनने के लिए मथुरा आते हैं। श्रद्धालुओं के आगमन से ब्रज क्षेत्र में निर्मित हस्तशिल्प से जुड़े सामान की खरीद भी बड़े पैमाने पर की जाती है। ब्रज में हस्तशिल्प से जुड़े उत्पाद को विशिष्टता प्रदान करने तथा इनकी ओर पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना पर उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा काम किया जा रहा है।
जयवीर सिंह ने बताया कि ब्रज में हस्तशिल्प से जुड़ा व्यवसाय देश-विदेश तक फैला है। यहां बनीं कंठी माला, पोशाक, शृंगार का सामान दुनियाभर के बाजार में भी अपनी जगह बनाए हुए हैं। वृंदावन में बनने वाली पोशाक अनेक देशों में बिक्री के लिए जाती है। ऐसे ही अन्य सामान भी हैं, जो ब्रज दर्शन को आने वालों की पसंद बने हुए हैं।