मदन सिंह
मलिहाबाद, लखनऊ : राजधानी क्षेत्र के रहीमाबाद ,जुगराजगंज,कैथूलिया, तरौना आदि क्षेत्रों में हर्षो उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। विजयदशमी का पर्व शास्त्रों के अनुसार दशहरा के दिन भगवान श्रीराम ने दशानन रावण का वध किया था। यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है। इसके बाद से ही हर साल इस दिन को दशहरा के रूप में मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य पर दशहरा मनाया जाता है।जानकारी के अनुसार इस दिन क्षत्रिय शस्त्र पूजा करते हैं, जबकि ब्राह्मण शास्त्रों का पूजन करते हैं। वहीं व्यापार से जुड़े वैश्य लोग अपने प्रतिष्ठान और गल्ले की पूजा करते हैं। साथ ही नई दुकान या कारोबार का शुभारंभ भी करते हैं।दरअसल, प्राचीन काल में क्षत्रिय युद्ध पर जाने के लिए इस दिन का ही चुनाव करते थे। ब्राह्मण दशहरा के ही दिन विद्या ग्रहण करने के लिए अपने घर से निकलता था। मान्यता है कि दशहरा के दिन शुरू किए गए काम में विजय अवश्य मिलती है। विजयदशमी पर शमी के वृक्ष की पूजा का भी विधान है। इसलिए ये पर्व देशवासियों के लिए खास है।