न्यूज ऑफ इंडिया (एजेंसी)लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में उत्तर प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान समयबद्ध तरीके से किया जाना सुनिश्चित किया गया है। उप मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान समय से कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम अंतर्गत कराये गये कार्याे के समयबद्ध मजदूरी भुगतान को लेकर उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में समयबद्ध मजदूरी भुगतान 96ः पहुंच गया है जो कि अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
इस साल प्रदेश में अब तक मजदूरी भुगतान के लिए 96 प्रतिशत फंड ट्रांसफर आर्डर (एफटीओ) समय-सीमा में जारी किया गये हैं।उप मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में मुख्यालय स्तर पर मनरेगा की सतत मानीटरिंग की जा रही है जिसके परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश ने समयबद्ध मजदूरी भुगतान में निरंतर प्रगति हो रही है। आयुक्त, ग्राम्य विकास श्री जी0एस0 प्रियदर्शी द्वारा बताया गया कि प्रदेश में मांग के अनुसार अधिक से अधिक श्रमिकों को कार्य उपलब्ध कराये जा रहे हैं ताकि ग्रामीणों को ज्यादा रोजगार के अवसर मिल सके।
ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार समयबद्ध मजदूरी भुगतान (टाइमली पेमेंट) बीते 5 वर्षों की बात करें, तो मनरेगा अंतर्गत कराये गये कार्याे के समयबद्ध मजदूरी भुगतान को लेकर वर्ष 2024-25 में ऐतिहासिक प्रगति देखने को मिली है। वर्ष 2019-20 में 85 फीसदी समयबद्ध मजदूरी भुगतान किया गया। वर्ष 2020-21 में 87 फीसदी, वर्ष 2021-22 में 86 फीसदी, वर्ष 202-23 में 80 फीसदी तो, वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 में 92 फीसदी से ज्यादा का समयबद्ध मजदूरी भुगतान किया गया। वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 की बात करें तो अब 2024 तक 96.51 फीसदी समयबद्ध मजदूरी भुगतान किया गया।