मलिहाबाद। मलिहाबाद,लखनऊ लोकसभा चुनाव दिन विकास के मुद्दे को लेकर ग्रामीण मुखर होने लगे हैं। चुनाव प्रचार में आने वाले जनप्रतिनिधियों को घेरने की भी तैयारी शुरू कर दी गई है।मलिहाबाद तहसील क्षेत्र के लोधौसी गांव के ग्रामीणों समेत अन्य पड़ोसी गांव घनश्यामपुर ,इमिलिहा, जमलापुर, ज्योति खेड़ा, असत्य खेड़ा, शाहपुर ,सरैया, बसरैला, लंगोटाखेड़ा बाबुरियाखेड़ा के लोगो को गांव में बेहता नदी पर लकड़ी के बने ढांचे से गुजरना पड़ता है।ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य नहीं होने को लेकर अपना आक्रोश जाहिर किया है। ग्रामीणों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है।
ग्रामीणों ने कहा आजादी के 73 साल बीत जाने के बाद भी गांव में एक पुल का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करते हुए पुल से गुजरना पड़ता है। इसी को मुद्दा बनाकर समस्त गांवो के ग्रामीणों ने आंदोलन करने का संकल्प लिया है। इसके लिए इस बार हम लोगों ने वोट बहिष्कार करने की सहमति बनाई है। इसके लिए गांव के मुख्य सड़क के सामने ‘बेहता नदी पर पुल का निर्माण नहीं तो वोट नहीं’ के बहिष्कार का बोर्ड भी लगा दिया है। ग्रामीण पप्पू सिंह, संतोष रावत ,रामचंद्र ,प्रदीप कुमार, उमेश कुमार, सुशील, संतोष कुमार, जयपाल ,रोहित कुमार, राजेश कुमार समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया पुल निर्माण किये जाने की गांव के लोगों की मांग है। पुल का निर्माण हो जाने से चुनाव के दौरान नेता आते हैं, आश्वासनों का घूंट पिलाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद सब कुछ भूल जाते हैं।
जिसका परिणाम है कि अब तक गांव में बेहता नदी पर पुल का निर्माण कार्य नहीं हो पाया है।वोट बहिष्कार की खबर लगते ही मलिहाबाद एसडीएम,तहसीलदार व एडीएम साहित स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को मनाने का प्रयास किया न मानने पर वह लोग बैरंग वापस लौट गये। फिलहाल ग्रामीणों की मांग है जब तक बेहता नाले पर पुल नही बनेगा तब तक वर्ष 2027 व 2029 के चुनावों में भीवोट का बहिष्कार करने का मन बना चुके हैं।