तिजारा। राजीव गांधी युवा मित्रों को हटाए जाने पर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन। ज्ञापन में बताया है राजस्थान सरकार ने 2021 से 2023 के बीच मे 5000 राजीव गांधी युवा मित्र लगाये थे। जिनका मुख्य कार्य था कि वह सभी युवा मित्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को गरीब पीड़ित वंचित आम आदमी तक घर घर पहुँचाने के लिये ओर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग पंचायत विभाग के अतिरिक्त कार्य भार को कम करने के लिये कार्य कर रहे थे। उनके लिये हम युवा मित्रो को 17500 रुपये मानदेय के रूप में मिल रहे थे। जिससे हम शिक्षित बेरोजगार युवाओं को थोड़ा बहुत साथ ओर सहयोग मिला, जिससे हम सभी बेरोजगार युवाओं का घर खर्चा परिवार खर्चा खुद की पढ़ाई लिखाई करने में सहयोग मिलता था। और हम सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और विकसित भारत संकल्प यात्रा योजनाओं को घर घर पहुँचाने का कार्य कर रहे थे। जिससे कोई भी गरीब पीड़ित वंचित आम लोग विकसित भारत संकल्प यात्रा और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से पीछे नही रहे।
उनके हम निरंतर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग पंचायत विभाग के अधिकारियों कमर्चारियों के बीच की कड़ी बनकर कार्य कर रहे थे। यदि सरकार को राजीव गांधी युवा मित्र नाम से दिक्कत है तो सरकार नाम बदल दे तथा युवा मित्र अटल मित्र नाम रख ले। हमे कोई दिक्कत नही,लेकिन हम युवाओं को बेरोजगार ना करे।बीजेपी सरकार ने विधार्थी मित्र लगाये थे। जब कांग्रेस सरकार बनी तब इन सभी मित्रों को पंचायत सहायक लगाकर उनका मानदेय बढ़ाकर उनको नियमित किया। इधर बीजेपी राजीव गांधी युवा मित्रो को एक आदेश निकालकर वापिस बेरोजगार कर दिया है। जिससे युवा मित्र दुःखी हैं। एक तरफ सरकार रोजगार देने की बात करती है और एक दिए हुए रोजगार को वापिस लेकर युवाओं को और ज्यादा बेरोजगार कर रही। हम बेरोजगार युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने ज्ञापन दिया गया। इस अवसर पर, अशोक आर्य , परवीन कुमार,राहुल यादव,कुलदीप यादव, जागेश,मीना सैनी,अंकिता गुप्ता, गोविंद,अशोक सैनी, उपस्थित रहें।