मलिहाबाद लखनऊ। राजधानी लखनऊ रहीमाबाद थाना क्षेत्र के रहटा गांव में मंगलवार शाम को हत्या की सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो मामला कुछ और था। रामस्वरूप आयु 75 वर्ष अपने छोटे बेटे बालक राम के साथ रहते थे उन्हें पैरालिसिस का अटैक कई साल पहले हुआ था। जिसका इलाज चल रहा था। बालक राम ही अपने पिता की सेवा और खान-पान की सारी जिम्मेदारी सालों से करता चला रहा है। मंगलवार शाम पिता की तबीयत बिगड़ी तो बालक राम अपने पिता को एक निजी क्लीनिक लेकर इलाज के लिए पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने रामस्वरूप को मृत घोषित कर दिया छोटा बेटा बालक राम जब पिता के शव को घर लेकर पहुंचा तो वहां बड़े बेटे प्यारेलाल ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी की उसके छोटे भाई ने उसके पिता की हत्या कर दी है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की जिसमें हत्या जैसी कोई भी चीज सामने नहीं आई हालांकि प्यारेलाल के आरोपों पर पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बुधवार को रामस्वरूप का शव जब पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा तो बालक राम और प्यारेलाल अंतिम संस्कार के लिए भिड़ गए, पुलिस ने समझाने पर 2 घंटे बाद रामस्वरूप का अंतिम संस्कार छोटे बेटे बालक राम ने कर दिया। रहीमाबाद थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि आरोप लगाया था लेकिन अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट- रामू गौतम