न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी) लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री एवं जीएसटी काउन्सिल के मंत्रिसमूह में संयोजक सुरेश कुमार खन्ना से आज विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में सांसद राज्यसभा डा0 लक्ष्मीकान्त बाजपेयी के साथ अखिल भारतीय ईंट व टाइल्स निर्माता महासंघ के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। संघ के प्रतिनिधियों ने ईंट उद्योग से जुड़ी अपनी विभिन्न समस्याओं को वित्त मंत्री के समक्ष रखा एवं एक मांग पत्र भी दिया। संघ ने अपनी मांगों पर विचार किये जाने हेतु अनुरोध भी किया।संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में इस सीजनल कुटीर उद्योग में 9.50 लाख स्वरोजगार से जुड़े ईंट उद्यमी व 2.50 करोड़ श्रमिक (कृषि कार्य से बचे समय में), भूमिहीन निर्बल वर्ग के श्रमिकों को रोजगार देने वाले भट्टा उद्योग तथा जनहित में ईंटों पर लगने वाले कर दर में संशोधन करते हुए लाल ईंट की बिक्री पर 02 करोड़ रूपये तक की कम्पोजिट स्कीम लागू की जाए।
बिना आईटीसी लिये हुए भट्टों पर 06 प्रतिशत के स्थान पर 02 प्रतिशत तथा इनपुट क्लेम लेने वालों के लिए 12 प्रतिशत के स्थान पर 05 प्रतिशत की कर दर लागू कराने का अनुरोध किया। संघ ने ईंट भट्टा उद्योग के विषय में कर की दरों को आने वाली जीएसीटी काउन्सिल की बैठक में संशोधन कराने का अनुरोध किया। सुरेश कुमार खन्ना ने संघ के प्रतिनिधियों की मांगों एवं सुझावों को सुनते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि ईंट भट्टा से जुड़े व्यवसायियों को सुविधा पहुंचाने हेतु आवश्यक उपायों पर हरसंभव कार्य किया जायेगा। संघ द्वारा रखी गयी समस्त उचित मांगों पर सहृदयता पूर्वक विचार करते हुए, उसको जीएसटी काउन्सिल के समक्ष भी प्रस्तुत किया जायेगा। बैठक में अखिल भारतीय ईंट व टाइल्स निर्माता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार तिवारी, राष्ट्रीय महामंत्री ओमवीर भाटी, उ0प्र0 भट्टा एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह, महामंत्री गोपी श्रीवास्तव एवं तमिलनाडु से एसपी जयराज, बिहार से मुरारी कुमार, बंगाल से योगेश अग्रवाल एवं अन्य प्रान्तों के एसोसिएशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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