न्यूज ऑफ इंडिया (एजेन्सी)
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। अपने संबोधन में कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में तेज गति से कार्य हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि भविष्य में भी उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहना चाहिये। बैठक में बताया गया कि आम नागरिकों को अब तक 1,80,42,330 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं, जो कुल हाउस होल्ड का लगभग 69 प्रतिशत है। तीसरे क्वार्टर में आज तक का 10,73,166 का लक्ष्य तय किया गया था, जबकि लक्ष्य से 125 प्रतिशत ज्यादा यानी 13,47,533 हासिल किया गया है। एक अप्रैल 2020 को जहां घरेलू नल कनेक्शन देने के मामले में उत्तर प्रदेश 13वें स्थान पर था, वहीं अप्रैल 2023 में उत्तर प्रदेश तीसरे पायदान पर था। लेकिन विगत 6 माह में तेजी से घरेलू नल कनेक्शन देने में तेजी के चलते नवंबर 2023 में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर आ गया है। जल जीवन सर्वेक्षण सितंबर अवार्ड्स 2023 में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद ने हाई अचीवर्स श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया है।
वहीं अचीवर्स श्रेणी में यूपी ने क्लीन स्वीप किया है। पहले नंबर पर कानपुर नगर, दूसरे स्थान पर संत रविदास नगर और तीसरे स्थान पर मुरादाबाद काबिज है। परफॉर्मर्स श्रेणी में आजमगढ़ को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है तो एस्पिरेंट्स (आकांक्षात्मक) में मथुरा दूसरे और उन्नाव तीसरे पायदान पर है। फास्टेस्ट मूविंग डिस्ट्रिक्ट्स विदिन कैटेगरीज (सभी श्रेणियों में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले जिले) में परफॉर्मर्स श्रेणी में आजमगढ़ पहले तो अचीवर्स में अयोध्या तीसरे स्थान पर है। 17 नवंबर 2023 तक 50 प्रतिशत से अधिक घरेलू नल कनेक्शन देने के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। इसके कुल 284.074 मार्क हैं, जबकि असम, छत्तीसगढ़, मेघालय, झारखंड, लक्षदीप जैसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों का नंबर बाद में आता है। जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में अब तक कुल 53,752 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। 31 मार्च, 2024 तक 179.70 लाख घरों को नल कनेक्शन से जोड़ने का लक्ष्य है। बैठक में प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव, एमडी जल निगम (ग्रामीण) डॉ0 बलकार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।