लखनऊ। निजी अस्पतालों की मनमानी बेलगाम हो गई है। मैनपुरी में राधा स्वामी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान युवती की मौत पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल सील करने के आदेश जारी कर दिए है।गुरुवार को मरीज की मौत के बाद अस्पताल कर्मचारियों ने शव परिजनों की बाइक पर रख दिया। परिजन शव को मोटरसाइकिल से लेकर घर पहुंचे। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। गुरुवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लेते हुए तत्काल निर्देश पर सीएमओ की टीम ने मामले की जांच की। जिसमें परिजनों के आरोप सही मिले। नतीजतन अस्पताल सील कर दिया गया है। हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि मैनपुरी निवासी युवती की तबीयत बिगड़ गई। परिजन युवती को लेकर करहल रोड स्थित राधास्वामी हास्पिटल लेकर पहुंचे थे। वहां इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। अस्पताल कर्मचारियों ने युवती का शव परिजन की बाइक पर रख दिया। इसका वीडियो वायरल हुआ। ब्रजेश पाठक ने सीएमओ को जांच के आदेश दिए। जिसमें सीएमओ ने नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार को जांच के आदेश दिए। जांच टीम को मौके पर पहुंचकर वायरल वीडियो की सच्चाई जानी। इसके बाद नोडल अधिकारी ने हॉस्पिटल सील करा दिया। हास्पिटल प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया। हास्पिटल में मरीज भर्ती मरीजों को घिरोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शिफ्ट कर दिया गया है। साथ ही हास्पिटल का लाइसेंस निलम्बित करते हुए प्रकरण की विस्तृत जाँच एसीएमओ की अध्यक्षता दो सदस्यीय समिति गठित कर दी गयी है।
प्रकरण में मुख्य चिकित्साधिकारी से एक सप्ताह के अन्दर रिपोर्ट मांगी गयी है। उक्त हास्पिटल का पंजीकरण भी रदद कर दिया गया है। मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि किसी भी दशा में ऐसी घटनाएँ बर्दाश्त नहीं की जायेगी। दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। इसके अलावा गाजीपुर के मनिहारी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रैबीज का इंजेक्शन लगाने के नाम पर वसूली के मामले का डिप्टी सीएम ने संज्ञान लिया है। उन्होंने सीएमओ को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। पांच दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है। डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पताल में इलाज की उपलब्ध सभी सेवाएं फ्री हैं। मरीजों से अवैध वसूली करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।