लखनऊ। केजीएमयू ने नर्सिंग कॉलेज ने ए ग्रेड इंस्टीट्यूट का प्रमाण पत्र हासिल कर लिया है। अब नर्सिंग एवं पैरामेडिकल शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को “निरामया गौरव” नाम से पुरुस्कृत किया जायेगा।शिक्षकों की शैक्षणिक गुणवत्ता और बढ़ाई जाएगी। इसके लिए अब लगातार भागों मे नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट कार्यक्रम शुरू किये गए है। देश में नर्सिंग के क्षेत्र में इस तरह का पहला मॉडल तैयार हुआ है। इसकी शुरुआत बीते मंगलवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने एसजीपीजीआई में किया गया था।
ज्ञात रहे कि यह निरामया गौरव पुरस्कार नर्सिंग शिक्षक उत्कृष्टता पुरस्कार हर साल पांच श्रेणी में दिया जाएगा। यह सर्वश्रेष्ठ प्राचार्य, कक्षा शिक्षक, सामुदायिक नर्सिंग संकाय, नैदानिक (उपचार सहायक) संकाय व प्रयोगशाला शिक्षक को दिया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन होगा । नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट कार्यक्रमों के जरिए नर्सिंग एवं पैरामेडिकल शिक्षकों की दक्षता बढ़ाई जाएगी। समारोह में ए रेटिंग वाले नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों को सम्मानित किया गया। जिसमे राज्य के 383 नर्सिंग कॉलेजों और 294 पैरामेडिकल कॉलेजों की रेटिंग कराई गई।जिसमें नर्सिंग में केजीएमयू समेत एसजीपीजीआई व 26 अन्य नर्सिंग और 26 पैरामेडिकल कॉलेजों को ए रेटिंग मिली 53 नर्सिंग एवं 39 पैरामेडिकल कालेजों को बी रेटिंग मिली।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात पर ज्यादा ध्यान देना होगा कि बीमारियां न बढ़ें।लोगों को बचाव के प्रति जागरूक करना होगा नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज और इस क्षेत्र से जुड़े लोग यह कार्य बेहतर तरीके से कर सकते हैं। वहीं राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि जिन संस्थानों ने ए रेटिंग नहीं हासिल की है, उन्हें अगले साल के लिए प्रयास करना चाहिए। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा कि प्रदेश में नर्सिंग एवं पैरामेडिकल शिक्षा का नया मॉडल तैयार किया गया है। इसमें न सिर्फ शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाई जा रही है, बल्कि बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों, कॉलेजों को प्रोत्साहित करने का भी प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम मे मिशन निरामया की वेबसाइट niramaya.upsmfac.org का भी अनावरण किया गया। वहीं इस उपलब्धि पर कुलपति केजीएमयू प्रो सोनिया नित्यानंद ने नर्सिंग कॉलेज को बधाई देते हुए अपनी शुभकामनाएं दी।