सीतापुर।बरई जलालपुर क्षेत्र में वायरल तेजी से फ़ैल रहा है, इसके चलते पीएचसी बरई जलालपुर एवं निजी अस्पतालों में भीड़ देखने को मिल रही है। मूसेपुर गांव में बुखार के कारण एक युवक की मौत हो गई है। लेकिन न तो पीएचसी बरई जलालपुर में डॉक्टर हैं, और न ही अभी तक गांव में स्वास्थ्य कैंप लगी है। अशोक कुमार ने बताया कि छोटे पुत्र बबलू उर्फ छोटू (22) को बुखार था निजी अस्पताल से दवा ला रहे थे , मंगलवार रात अचानक तबियत बिगड़ गई सीतापुर जिला अस्पताल ले गए जहां से लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते समय रास्ते में बबलू ने दम तोड़ दिया।
वही गांव में कन्ना, शत्रुघ्न, रामपाल ,सतीश ,रीतू, नन्ही, पप्पू, सुशीला, भैयालाल, धीरेश, सरवन, राजकिशोर, अंकित राठौर, श्रीकेशान, रामकुमार,कुलदीप ,आदि करीब 50 से अधिक लोग बीमार है। खैराबाद सीएससी अधीक्षक डॉ रमाशंकर यादव ने बताया शुक्रवार को गांव में मेडिकल टीम भेज कर जांच कर दवा वितरित की जाएगी।बरई जलालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट अनूप कुमार ने बताया प्रतिदिन 150 के करीब प्रतिदिन मरीज आते हैं इसमें अधिक मलेरिया वायरल बुखार के होते हैं।
पीएचसी परिसर में गंदगी फैली है। मरीज को मजबूरन गंदगी के बीच बनी टूटी छावनी के नीचे बैठना पड़ रहा है।सुजावलपुर के विजय कुमार ने बताया दवा लेने आए थे पर यहां तो डॉक्टर ही नहीं है, दवा लेने आए राम लोटन ने बताया 4 घंटे से बैठा हूं अभी तक ना तो जांच हो पाई है और ना ही दवा मिली है। डॉक्टर है नहीं कर्मचारी दवा बांट रहे हैं।