लखनऊ। डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के टे्रनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से एससी एसटी के 40 बीटेक छात्रों के लिए सीडेक, सीएससी और आईईई के साथ मिलकर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। अंतिम दिन छात्रों को प्रमाणपत्र भी दिया गया। इन पांच दिनों में दस सत्रों के दौरान छात्रों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स की विस्तार से जानकारी देने के साथ प्रेक्टिकल भी कराया गया। जिससे ये छात्र आगे इंडस्ट्री के मुताबिक खुद को तैयार हो सकें।
विभिन्न सत्रों में आईओटी की बुनियादी जानकारी के साथ केस स्टडीज के बारे में बताया गया। आईओटी सिस्टम के लिए माइक्रोकंट्रोलर, सेंसर, आईओटी में वायरलेस तकनीकी ब्लूटूथ, वाईफाई, आईओटी डाटा एक्सचेंज प्रोटोकॉल आईओटी एप्लीकेशन का डेमो भी दिया गया। कार्यशाला में छात्रों को करीब आठ हजार रुपये का ट्रेनिंग किट भी प्रेक्टिकल के लिए दिया गया था। छात्रों को सीडेक के प्रोजेक्ट इंजीनियर सुर्यांश धाकरे और शेख आसिफ ने पांचों दिन कार्यशाला में प्रशिक्षित किया।
कार्यशाला का संयोजन डीन ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रो. अरुणिमा वर्मा ने किया। वही समापन के मौके पर डॉ. आरसीएस चौहान ने कहा कि सीडेक के साथ मिलकर आयोजित यह कार्यशाला निश्चित ही एससी एसटी छात्रों को भविष्य में काम आयेगी। उन्होंने कहा कि तकनीकी का क्षेत्र काफी तेजी से बदल रहा है। ऐसे में खुद को अपडेट रखना बेहद जरूरी है। इस मौके पर सहायक कुलसचिव डॉ आयुष श्रीवास्तव, प्रतिभा शुक्ला, शिशिर द्विवेदी, हरीश चंद्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।